चल कहीं दूर चले जाते हैं
उन रहो से उन चाहो से, कहीं दूर चले जाते हैं
सबकी चाहो से खुद को दूर कर
अपनी नई दुनिया बसातें है, चल कहीं दूर चले जाते हैं
की चल चलते हैं उन रहो पर,
जो हमे दूसरों से मिलाते हैं
ये राह हमे रास्ता तो दे,
की हम कहीं दूर चले जाते हैं…