दुनिया को खुश करने चले हो, अच्छा है, पर जरा सम्भल कर
मेरे दोस्त, सुना है ये दुनिया
अपना मतलब निकले के बाद
लोगों को भूल जाती है…
दुनिया को खुश करने चले हो, अच्छा है, पर जरा सम्भल कर
मेरे दोस्त, सुना है ये दुनिया
अपना मतलब निकले के बाद
लोगों को भूल जाती है…