आज काफी दिनों बाद बात हुई उनसे मेरीअच्छे मूड़ मे थी शायद वो जो उनके बातों से महसूस हुआ मुझेकाफी देर तक बाते हुई हमारीफिर अचानक से उन्होंने हम से पूछ लियाकी क्या तुमको हमारी याद नहीं आतीअब उनसे कैसे कहू की हर वक़्त हर घड़ीइस दिल में खयाल उनका ही रहता हैफिर कुछ बाते इधर उधर की हुई और जाते वक़्तकुछ ऐसा कहा उन्होंने की मन किया कि उन्हें जाने ना दूँ रोक दु इस पल कोउनके वो शब्द, सुनो अपना खयाल रखनाये बोल वो चली गई और ऐसा लगता है मैं अभी भी वही उसी पल मे जी रहा हूँ…