वो महफिलें नहीं रही. अब जहा हम बैठा करते थेवो लोग भी नहीं रहे अबजिनके साथ हम हँसा करते थेअब तो जनाब सभी खोए रहते हैं अपनी ही दुनिया में औरहम बस उनकी यादो में खोए रहते हैं… Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related